Gitapress Sri Krishnalila Ka Chintan (Code-571)
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Gitapress Sri Krishnalila Ka Chintan (Code-571) :- "गीता प्रेस श्रीकृष्णलीलाका चिन्तन (कोड-571)" गीता प्रेस की एक पुस्तक है जिसमें भगवान श्रीकृष्ण के जन्म से लेकर उनकी बाल और पौगंड अवस्था की विभिन्न लीलाओं का चित्रण किया गया है। इस पुस्तक में भगवान श्रीकृष्ण के रंगीन और भावपूर्ण चरित्र को साहित्यिक रूप से प्रस्तुत किया गया है। यह पुस्तक राजसंस्कृति में अच्छी गुणवत्ता और मोटे कागज पर प्रकाशित है, जिससे यह साहित्यिक मनोभूमि को संस्कारित करने वाली है और श्रीकृष्ण भक्तों के लिए अनुपम रसायन साबित होती है।
"गीता प्रेस श्रीकृष्णलीलाका चिन्तन" पुस्तक में श्रीकृष्ण के विविध लीलाओं का अद्भुत वर्णन है। इस पुस्तक में उनके बाल्य और पौगंड अवस्था के समय के महत्वपूर्ण घटनाओं को विस्तार से वर्णित किया गया है। यह पुस्तक श्रीकृष्ण भक्ति के प्रेमीयों के लिए अनमोल सम्पत्ति है, जिसके द्वारा वे श्रीकृष्ण के आदर्शों, लीलाओं और जीवन को और भी गहराई से समझ सकते हैं। यह पुस्तक राजसंस्कृति के साथ-साथ साहित्यिक महत्वपूर्णता भी रखती है और श्रीकृष्ण के चरित्र को प्रकट करने में मदद करती है।
"गीता प्रेस श्रीकृष्णलीलाका चिन्तन" पुस्तक में श्रीकृष्ण की लीलाएं और उनके भक्तों के साथ उनका संवाद सरल भाषा में प्रस्तुत किया गया है। इस पुस्तक में भगवान के अद्वैत चरित्र का वर्णन है और उनके दिव्य खेलों की रसभरी विविधता है। यह पुस्तक श्रीकृष्ण के चरित्र, भक्ति, और उनकी लीलाओं को समझने के लिए महत्वपूर्ण है और श्रीकृष्ण के प्रेमी और भक्तों के लिए आदर्श ग्रंथ है।
"गीता प्रेस श्रीकृष्णलीलाका चिन्तन" पुस्तक श्रीकृष्ण की लीलाओं को सुंदरता और भावपूर्णता के साथ चित्रित करती है। इस पुस्तक में श्रीकृष्ण के जन्म, बाल्य, और पौगंड अवस्था के समय की विभिन्न लीलाएं प्रस्तुत की गई हैं। यह पुस्तक श्रीकृष्ण भक्तों के लिए एक आदर्श स्रोत है जो उन्हें उनके आदर्श पुरुष के जीवन, लीलाओं, और महिमा को गहराई से समझने में मदद करेगी। इस पुस्तक के माध्यम से, भक्त श्रीकृष्ण के चरित्र, उपदेश, और प्रेम का अनुभव कर सकते हैं और उनकी भक्ति में अधिक समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं।.
Gitapress Sri Krishnalila Ka Chintan (Code-571)
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